- 110 Posts
- 201 Comments
जो पीये रिम झिम वो है मर्द
उस समय मीता साइकिल पर कॉलेज जाती थी और माँ सिर्फ ८ आने देती थी जेब खर्ची जो की चाय समोसे के लिए बहुत होता था .कॉलेज के रास्ते में एक रेस्तरां था जिसका नाम था “गुंचा “कई बार सोचा था की इस में जाकर कुछ खायेंगे .सो एक दिन मीता और सरिता ने कॉलेज का समोसा और चाय नहीं लिया पैसे जो बचाने थे गुंचा के लिए.खैर उस दिन वो दोनों कॉलेज के बाद झिझकते झिझकते घुस ही गयीं उस रेस्तरां में .क्या खूबसूरत सा समां बाँधा था उन्होंने हल्का हल्का संगीत चल रहा था ,हलकी रौशनी और सुरमई सा अँधेरा ,ऐ सी का तो पता नहीं पर काफी ठंडक सी थी फिजा में! वेटर दो गिलास पानी और मेनू कार्ड उनके सामने लाकर रख गया ! कस कर भूख लगी थी दोनों को सोचा था कि पकोड़े या कटलेट ले लेंगी.मेनुकार्ड खोलते ही उनके होश फाख्ता हो गए क्युकी कोई भी प्लेट २ या ५ रुपये से कम की नहीं थी ! अब तो दोनों का रंग उड़ गया एक बार फिर नज़र डाली कि कम से कम पैसों में कुछ आजाये ! और येलो मिल ही गया उनको उन दिनों का एक लोकप्रिय कोल्ड ड्रिंक जिस का नाम था रिम झिम और जिसका विज्ञापन कुछ ऐसे था “जो पीये रिम झिम वो है मर्द,बाकि सब बच्चे” खैर उकी जान में जान आई रिमझिम पीया ४० -४० पैसे का और २० पैसे की टिप .और वो दोनों विजयी मुद्रा में रेस्तरां से बाहर आगई.
Read Comments